हिंदी (कक्षा IX) – अध्याय 9: सवैये
यह हिंदी नोट्स कक्षा IX के पाठ्यक्रम के अंतर्गत अध्याय 9, “सवैये” के मुख्य बिंदुओं को समझाने के लिए तैयार किए गए हैं। यह छात्रों को सवैये की काव्यात्मक विशेषताओं और उनकी सांस्कृतिक महत्ता को स्पष्ट करने में सहायक हैं।
- परिभाषा: सवैये एक प्रकार की छंदबद्ध कविता है, जिसमें चार पंक्तियाँ होती हैं, और हर पंक्ति में आठ, दस या बारह मात्राएँ होती हैं।
- विशेषताएँ: सवैये में तुकबंदी का ध्यान रखा जाता है, और यह आमतौर पर धार्मिक या नैतिक विषयों पर आधारित होती हैं।
- लेखक: इस अध्याय में प्रसिद्ध कवि सूरदास, तुलसीदास, और कबीर के सवैये शामिल हैं, जो उनके समय की सामाजिक एवं धार्मिक समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
- शिल्प: सवैये के शिल्प में लय, गहराई और भावनाओं का समावेश होता है, जिससे पाठक के मन में गहरी छाप पड़ती है।
- उदाहरण: पाठ में सवैये के कुछ प्रसिद्ध उदाहरण दिए गए हैं, जो इस काव्य विधा की उत्कृष्टता को दर्शाते हैं।
- अभ्यास प्रश्न: छात्रों को विभिन्न सवैये लिखने और उनकी व्याख्या करने के लिए प्रेरित किया जाता है, जिससे उनकी रचनात्मकता और काव्यात्मक सोच में वृद्धि होती है।
- महत्व: सवैये का अध्ययन छात्रों को भारतीय साहित्य और संस्कृति के प्रति जागरूक करता है और उनकी काव्यात्मक संवेदनाओं को विकसित करता है।
- निष्कर्ष: सवैये भारतीय काव्य की महत्वपूर्ण विधा है, जो न केवल काव्यात्मक सौंदर्य को दर्शाती है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्य भी प्रदान करती है।
Artham Resources का यह नोट्स कक्षा IX के छात्रों के लिए “सवैये” के अध्याय की गहन समझ और आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
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