यह हिंदी नोट्स कक्षा VI के सामाजिक विज्ञान (नागरिक शास्त्र) अध्याय 7, “ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका” के मुख्य विषयों को समझाने के लिए तैयार किए गए हैं। यह छात्रों के लिए ग्रामीण आजीविका की अवधारणाओं को स्पष्ट करने में सहायक हैं।
- परिभाषा: ग्रामीण क्षेत्र में आजीविका से तात्पर्य है उन गतिविधियों और संसाधनों से, जिनके माध्यम से लोग अपने जीवनयापन के लिए धन और संसाधन अर्जित करते हैं।
- कृषि: ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका का प्रमुख स्रोत है। किसान विभिन्न फसलों की खेती करते हैं, जैसे धान, गेहूं, और दलहन।
- पशुपालन: कई ग्रामीण परिवार अपने जीवनयापन के लिए पशुपालन पर निर्भर करते हैं, जिसमें गाय, भैंस, बकरियां, आदि शामिल हैं।
- हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग: ग्रामीण महिलाएं और पुरुष विभिन्न हस्तशिल्प और कुटीर उद्योगों में संलग्न होते हैं, जैसे बुनाई, कढ़ाई और मिट्टी के बर्तन बनाना।
- श्रम और मजदूरी: कृषि कार्यों के अलावा, ग्रामीण लोग विभिन्न श्रमिक गतिविधियों में भी शामिल होते हैं, जैसे निर्माण कार्य और दैनिक मजदूरी।
- सामाजिक संरचना: ग्रामीण आजीविका पर प्रभाव डालने वाले सामाजिक पहलुओं का अध्ययन, जैसे परिवार की भूमिका और समुदाय की एकजुटता।
- विकास की चुनौतियाँ: ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका को प्रभावित करने वाली चुनौतियों का विवरण, जैसे जलवायु परिवर्तन, बाजार की अनिश्चितता और शिक्षा की कमी।
- महत्व: ग्रामीण आजीविका का अध्ययन ग्रामीण विकास, अर्थव्यवस्था और जीवन की गुणवत्ता को समझने में सहायक होता है।
Artham Resources का यह नोट्स कक्षा VI के छात्रों के लिए ग्रामीण आजीविका के अध्याय की गहन समझ और आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
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